पालमपुर में दो दिवसीय ट्यूलिप महोत्सव व राष्ट्रीय संगोष्ठी आज से

हिमाचल न्यूज़ 7ब्यूरो, पालमपुर सीएसआईआर-हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान (सीएसआईआर-आईएचबीटी), पालमपुर, एवं इंडियन सोसायटी ऑफ ओनर्नामेंटल हॉर्टिकल्वर (आईएसओएच) मिलकर 18-19 फरवरी को ट्यूलिप महोत्सव और राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन संस्थान में कर रहें हैं।इस संगोष्ठी का उद्देश्य सजावटी कंदीय फूलों की खेती, शोध और व्यावसायीकरण को बढ़ावा देना है। इसके साथ एक किसान मेले का भी आयोजन किया जाएगा। संगोष्ठी में शोधकर्ता, बागवानी विशेषज्ञ, नीति निर्माता, किसान, उद्यमी और उद्योग हितधारक भाग लेंगे और कंदीय फूलों की खेती में प्रगति पर चर्चासीएसआईआर-आईएचचीटी व आईएसओएच मिलकर करेंगे आयोजन करेंगे। इस कार्यक्रम एक बिंदु है ग्रामीण आजीविका और कृषि पर्यटन को प्रोत्साहित करना तथा सजावटी बागवानी का इसमे योगदान।संगोष्ठी में 109 वैज्ञानिक प्रस्तुति और 26 प्रख्यात वक्ताओं के व्याख्यान शामिल होंगे, जो भारत के विभित्र राज्यों से सम्मिलित होंगे। हरियाणा से रेड मिर्ची एसोसिएट्स, लद्दासा से ब्लूमें फ्लोरल्स और सर्चन फ्लावर्स, पंजाब से आरटीएस फ्लावर्स, उत्तराखंड से शिवालिक फ्लोरिस्ट, हिमाचल प्रदेश से वाटिका फ्लोरीकल्चर सोसायटी एवं टियन फ्लावर स्फूर्ति क्लस्टर, केएफबायोप्लांट्स, राइज एन शाइन, प्रिसिजन एग्रो टेक, फ्लोरेंस फ्लोरा, रिसर्च एड, एनएचबी, सबजीरो फार्म्स सहित 15 उद्योग प्रतिभागिता करेंगे। इसके अलावा बिलासपुर, मंडी, शिमला, चैल, फतेहगढ़ साहिब, कालागुंगी, लेह, करगिल से लगभग पचास किसान इसमे भाग लेंगे। संगोष्ठी के चार तकनीकी सत्रों में जेनेटिक सुधार, उत्पादन संवर्द्धन, पौध संरक्षण, प्रबंधन, फाइटोसैनिटरी प्रोटोकॉल और कंदीय फसलों का मूल्य संवर्द्धन विषय शामिल होंगे। प्रत्येक सत्र में विशेषज व्याख्यान, प्रस्तुतिकरण और चर्चा शामिल होंगी। वैज्ञानिक, किसान और उद्योग प्रतिनिधियों के बीच संवाद को प्रोत्साहित करने के लिए एक समर्पित सत्र रखा गया है। संगोष्ठी के दौरान पुरस्कार और फैलोशिप भी प्रदान की जाएंगी।