15 वर्षो के चढावे से आदि हिमानी चामुण्डा मन्दिर तक पीने के पानी की पाईपें व रास्ते पर संगमरमर विछ जाना था :- प्रवीन कुमार पूर्व विधायक

धोलाधार के आंचल में शिखर पहाड़ी पर स्थित सिद्ध शक्ति पीठ मां आदि हिमानी चामुण्डा का मन्दिर भी माता वैष्णो देवी की तरह बने अर्थात विकसित हो । इस सोच एवं ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रो प्रेम कुमार धूमल जी के कुशल नेतृत्व में बतौर विधायक प्रयास किये । यहाँ तक उस वक्त इसी मन्दिर की दो दो कमेटियों के आपसी विवाद के चलते , एक दूसरे के ऊपर आरोपों व प्रत्यारोपों के दृष्टिगत इस मन्दिर का चामुण्डा नन्दिकेश्वर मन्दिर ट्रस्ट के साथ विलेय करवाया । यह प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने कहा परिणामस्वरूप उसके उपरांत ही मन्दिर के नये स्वरुप का प्राकलन बना , हैलिकाप्टर सेवा शुरू करवाई , तत्कालीन राज्यसभा सांसद एवं पूर्व मुख्यमन्त्री श्री शान्ता कुमार जी की सांसद निधि से लगभग चार किलोमीटर रास्ते का निर्माण हुआ , आदि हिमानी चामुण्डा तक रज्जू मार्ग का सर्वे करवाया । नतीजतन रज्जू मार्ग का जिस कम्पनी के नाम टेण्डर हुआ काफी कसरत के बाद उसने हाथ खड़े कर दिये । हैलिकापटर सेवा बन्द हो गई । मन्दिर भवन का निर्माण कार्य इतने लम्बे समय से कछुए की चाल की तरह चला हुआ है। रास्ते के निर्माण में उसके उपरांत एक पत्थर तक नहीं लगा । जबकि आदि हिमानी चामुण्डा पेयजल योजना पर सम्बधित विभाग ने लांखो रुपए खर्च कर डाले मगर मन्दिर में आज दिन तक पानी नहीं पहुँच पाया । पूर्व विधायक ने कहा आजकल भारी संख्या में श्रद्धालु मन्दिर में माथा टेकने जा रहे हैं। लेकिन पानी के विना त्राहि त्राहि मच रही है। लगभग 9-10 किलोमीटर लम्बे इस मन्दिर के पैदल पथ पर न कोई वर्षालय ओर न ही शौचालय है। अव इन्साफ संस्था के आग्रह पर राज्य सभा सांसद सुश्री इन्दु गोस्वामी जी ने वर्षाश्रालय के लिए 10 लाख रुपए मंजूर किये हैं। पूर्व विधायक ने कहा इन्ही सम्भावित असुविधाओं को लेकर वह पिछले दिनों मन्दिर आयुक्त एवं जिलाधीश कांगड़ा श्री हेम राज बैरवा जी से मिले थे। उस वक्त उनके ध्यानार्थ लाया गया था कि समाज सेवा में समर्पित उनकी इन्साफ संस्था ने स्थानीय पंचायत के सहयोग से जो वी एम जे एस बाई योजना के अन्तर्गत जो सोलर लाईटें लगाई हैं। शाम ढलते ही इन सोलर लाईटों से पूरा धोलाधार पर्वत माला की तरह जगमगा उठाता है। इस मनमोहक दृश्य एवं सुविधा से अव काफी संख्या में मन्दिर में आने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ेगी । साथ ही अव इन लाईटों की लाइनमैन्ट से यात्री रास्ता नहीं भटकेंगे। अन्यथा इससे पूर्व रास्ता भटक जाने के कारण कई अप्रिय घटनाएं घट चुकी है। ऐसे में यात्रियों की सुविधा के लिए मन्दिर ट्रस्ट धार्मिक पर्यटन को बढावा देने हेतु सभी विभागों की जिम्मेवारी एवं जवाबदेही सुनिश्चित करे । इसी के साथ इस मन्दिर को दोनों तरफ से जाने वाले रास्तों वाया जिया – बडसर व कण्ड – करडियाना में यात्रियों का पंजीकरण हो । जिससे यहाँ असामाजिक तत्वों व हुडन्दग वाजों की हरकतों पर पैनी नजर रखते हुए किसी प्रकार की गन्दगी न फैले ।