सी.एस.आई.आर पालमपुर मे इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (आई.आई.एस.एफ.) के कर्टेन रेज़र कार्यक्रम का आयोजन

हिमाचल न्यूज़ 7ब्यूरो, पालमपुर सी.एस.आई.आर.-हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान, पालमपुर ने 08 नवंबर 2024 को इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (आई.आई.एस.एफ.) के कर्टेन रेज़र कार्यक्रम का आयोजन किया। आई.आई.एस.एफ. एक वार्षिक कार्यक्रम है, जिसका मुख्य उद्देश्य विज्ञान को उत्सव के रूप में मनाना है। यह लोगों और वैज्ञानिक समुदाय को एक साथ लाने , मिलकर काम करने, और जन कल्याण के लिए वैज्ञानिक कार्यों का आनंद अनुभव करने के अवसर प्रदान करता है।इस वर्ष आई.आई.एस.एफ. 30 नवंबर से 03 दिसंबर 2024 तक गुवाहाटी, असम में आयोजित किया जाएगा, जिसका विषय “भारत को विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचालित वैश्विक विनिर्माण केंद्र में बदलना” है। आई.आई.एस.एफ. “आधुनिक बुनियादी ढांचे और प्रकृति के साथ सामंजस्य में एक समृद्ध भारत” की परिकल्पना करता है, जो सभी क्षेत्रों के सभी नागरिकों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से अपनी क्षमता तक पहुंचने के अवसर प्रदान करता है।

सी.एस.आ.ईआर.-आई.एच.बी.टी. में कर्टेन रेज़र कार्यक्रम में, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, श्री कोम्पेला एस शास्त्री , राष्ट्रीय सचिव, विज्ञान भारती ने आई.आई.एस.एफ. के महत्व और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने देश की समृद्ध वैज्ञानिक विरासत और इसे गति देने की आवश्यकता पर विस्तार से चर्चा की।कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि, डॉ. अश्विनी राणा, अध्यक्ष, विज्ञान भारती एच.पी चैप्टर और एसोसिएट प्रोफेसर, एन.आई.टी. हमीरपुर ने विकास में विज्ञान की भूमिका और इसे जनसाधारण के बीच लोकप्रिय बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने एच.पी चैप्टर द्वारा किए जा रहे कार्यों और राष्ट्र निर्माण में उनकी महत्ता को प्रस्तुत किया।इससे पहले, सी.एस.आई.आर.-आई.एच.बी.टी. के निदेशक, डॉ. सुदेश कुमार यादव ने गणमान्य व्यक्तियों और अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने संस्थान में किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि कैसे संस्थान, सी.एस.आई.आर. मिशनों जैसे अरोमा, फ्लोरीकल्चर और फाइटोफार्मास्युटिकल के माध्यम से विकसित भारत 2047 के सपने को पूरा करने की ओर अग्रसर है। उन्होंने जनसाधारण के बीच जागरूकता सृजन और विज्ञान को लोकप्रिय बनाने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया ताकि इसके पूर्ण लाभ प्राप्त किए जा सकें और युवा पीढ़ी को प्रेरित किया जा सके।डॉ. अमित कुमार, वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक, सी.एस.आई.आर.-आई.एच.बी.टी. ने आई.आई.एस.एफ. 2024 के विस्तृत प्रोग्राम की जानकारी सांझा की और धन्यवाद प्रस्ताव भी प्रस्तुत किया। इस अवसर पर जिज्ञासा कार्यक्रम के अंतर्गत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक कन्या विद्यालय, पालमपुर की 50 छात्राओं और पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय, पालमपुर के 50 छात्र सभागार में उपस्थित रहे तथा संस्थान की गतिविधियों को जाना। इसके अतिरिक्त पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय, धर्मशाला के 116 छात्र; राजकीय माध्यमिक विद्यालय चंद्रोन, जिला कांगड़ा के 34 छात्र और केलप्पाजी कृषि इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय तवानुर, केरल के 20 छात्र (बी.टेक. फूड टेक.) और 02 शिक्षकों ने संस्थान की अनुसंधान प्रयोगशालाओं का दौरा किया।